७७२ पूंजीवादी उत्पादन मम्बे और ए फुट ५ इंच चौड़े हैं। पूरी निचली मंजिल २१ फूट २ इंच लम्बी और ६ फूट पांच चौड़ी है। सोने का कमरा कुछता की तरह का है। उसकी दीवारें ऊपर उठने के साथ-साथ एक दूसरे की पोर झुकती जाती है, जिससे कमरे की शक्ल तिकोने जैसी हो गयी है। सामने की तरफ एक खिड़की बाहर को निकली हुई है। इस पावनी से पूछा गया : "बह यहाँ क्यों रहता है ? क्या बगीचे की वजह से?" "नहीं, वह तो बहुत छोटा है।" "फिर क्या किराया कम है? "नहीं, किराया बहुत ज्यादा है- १ शिलिंग ३ पेन्स प्रति सप्ताह । तब पया काम की जगह यहां से नजदीक पड़ती है? 'नहीं, वह तो यहां से ६ मील दूर है, जिसके कारण मजदूर को रोजाना १२ मील पैवल पाना-बाना पड़ता है। वह यहां सिर्फ इसलिये रहता है कि यह cot (एकमंजिला घर) किराये पर उठ रहा था," और किसी भी किराये पर, किसी भी दशा में और किसी भी स्थान पर अपने लिये अलग एक cot-घर-चाहता था। लैंगटोपट के १२ घरों के प्राकडे नीचे देखिये। इन १२ घरों में १२ सोने के कमरे थे, जिनमें ३८ वयस्क मार ३६ बच्चे रहते थे। लैंगटोपट के बारह घर . सोने के कमरों सोने के कमरों की संख्या वयस्कों की संख्या वयस्कों की कितने व्यक्ति की संख्या art व्यक्ति संख्या संस्था संख्या घरनं०१ १ ३ 5 पर नं०७ ३ " ४ ७ १ ३ X 60 66 ४ ४ २ १ १० 16 १ ५ & १ २ ३ " २ Y ५ 5 १ २ (९) कैंट १८५६ में केनिंग्टन में रहने वालों की संख्या बहुत ही ज्यादा बढ़ गयी पी। उस साल वहां रिटेरिया का रोग फैला, और गांव के गक्टर ने स्यावा गरीब लोगों की हालत की गक्टरी 'बांच की। उसको पता चला कि इस स्थान में, वहां बहुत अधिक मजदूरों से काम लिया जा रहा पा, बहुत से पुराने cots (एकमखिले घर) तोड़ गले गये हैं और उनकी जगह पर नये नहीं बनाये गये हैं। एक मुहल्ले में चार घर बे, बो birdcages (चिड़िया के पिंजड़े) कहलाते थे; उनमें से हरेक में कमरे थे, जिनकी लम्बाई-चौड़ाई-ऊंचाई नीचे दी गयी है: रसोई: फुट ५६च लम्बी, ८ फुट ११ च चौड़ी और ६ ट ६ अंची सामान रखने की कोठरी: कुट लम्बी, ४ फुट चौड़ी और ऋट पांच . ऊंची सोने का कमराः अट ५ नम्बा, ५ फूट १०चौडा पार ६ ट च चा; सोने का कमरा: टचसया, ८ ट चौड़ा और अचा।
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