पृष्ठ:कार्ल मार्क्स पूंजी १.djvu/८२१

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८१८ पूंजीवादी उत्पादन . पटक विवेगवे, वहाँ ये मछलियां पकड़कर बिन्दा रहने की कोशिश करने लगे। एक व लेखक के पादों में, ये लोग बनवलपर बन गये थे और पाये परती पर और पावे पानी में रहते थे, और फिर भी दोनों जगह अजीवित अवस्था में ही रह पाते ।' लेकिन बहादुर गेल लोग कबीले के "बड़े पादमियों" की जो रोमानी एवं पर्वतीय डंग की पूजा किया करते थे, उसकी उन्हें मनी पौर भी महंगी कीमत चुकानी पी। उनकी मछलियों की सुगंषि "बड़े मादमियों" की नाकों तक भी पहुंची। उनको उसमें मुनाने की मापी और उन्होंने समुद्र का किनारा लन्दन के मछलियों के बड़े व्यापारियों को ठेके पर उन दिया। बेचारे गेल लोगों को दोबारा उनके घरों से सबेड़ा गया।' लेकिन अन्त में भेड़ों की परागाहों का एक हिस्सा हिरनों के जंगलों में बदल दिया जाता है। हर कोई जानता है कि इंगलैग में बड़े बंगल नहीं है। बड़े लोगों के बगीचों में पलने पाले हिरन लन्दन के नगर-पितामों से मोटे, पलवल और पालतू डोर हैं। इसलिये, “बड़े भावनियों के शिकार के शौक को पूरा करने के लिये अब एकमात्र उचित स्थान स्कोटलेस ही बचा है। १८४८ में सोमर्स ने लिला पाः "कोटलस के पर्वतीय प्रदेश में कुकरमुत्तों की तरह नवे-नये जंगल पैरा हो रहे हैं। यहां, मैक के इस तरक, यदि ग्लेनकोशी का नया जंगल है, तो वहाँ, दूसरी तरफ, मावेरिकी का नया जंगल है। इसी सोच में लेक मोन्ट भी है। यह विशाल बंजर भूमिमी पनी हाल में तैयार की गयी है। पूर्व से पश्चिम तक -एबेरीन के पास से लेकर मोबान के टीलों तक-प्रब बंगलों की एक अनवरत पंक्ति विताई देती है। उपर पर्वतीय प्रदेश के अन्य भागों में लोक मार्कग, ग्लेनगारी, ग्लेनमौरिस्टन प्रादि के नये जंगल बड़े हो गये हैं। जिन घाटियों में कमी छोटे कास्तकारों की बस्तियां बसी हुई थी, उनमें मेड़ों को बसा दिया गया था और काश्तकारों को स्थानाबराब और कम उपनाक बमीन पर भोजन तलाश करने के लिये बदे दिया गया था। अब भेड़ों का स्थान हिरन ले रहे हैं, और अब . 1 . . जब सदरलैण्ड की मौजूदा उचेज ने "Uncle Tom's Cabin' ('टाम काका की कुटिया') की लेखिका श्रीमती बीचर स्टोव को लन्दन में एक शानदार दावत दी और इस तरह अमरीकी प्रजातंत्र के हसी दासों के प्रति अपनी सहानुभूति प्रकट करनी चाही,- हालांकि गृह-यड के समय, जब कि इंगलैण्ड का प्रत्येक अभिजातवर्गीय हृदय दासों के मालिकों के हितों की चिन्ता में व्यापा, अभिजात वर्ग के अपने अन्य सहयोगियों के साथ-साप सदरलैण्ड की वे भी अपनी इस सहानुभूति को भूल गयी पी,-तब मैंने "New York Tribune" में सदरलैण्ड के दासों से सम्बंधित कुछ तथ्य प्रकाशित करवाये थे (जिनमें से कुछ केरी की रचना "The Slave Tra. der: ['दासों का व्यापार'], Philadelphia, 1853, पृ० २०३, २०४ पर उद्धृत किये गये थे)। मेरे लेख को एक स्काट समाचारपत्र ने भी छापा, जिसके फलस्वरूप सदरलैण्ड-परिवार के चाटुकारों और इस समाचारपत्र के बीच मच्छा-बासा वाद-विवाद छिड़ गया। मछलियों के इस व्यापार का रोचक और विस्तृत विवरण मि० बिड उर्जुहार्ट के "Port- folio. New Series' ["पोर्टफोलियो-नवीन कम') में मिलेगा।-नस्साउ उलयू० सीनियर tot Tant (“Journals, Conversations and Essays relating to Ireland", Lon- don, 1868) उनकी मृत्यु के बाद प्रकाशित हुई थी और जिसे हम पहले भी उद्धृत कर चुके है, उसमें "सदरलैण्डशायर में इस कार्रवाई को मनुष्य की स्मृति में एक सबसे अधिक साभवायक सफ़ाई" कहा गया है। (उप० पु०)