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पृष्ठ:खग्रास.djvu/१२१

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खग्रास

"परन्तु शामीन के समर्थक क्रिश्चियन फैलैगिस्ट सैनिक दल के पास काफी शस्त्रास्त्र है।"

"तो इससे क्या? बस राष्ट्रपति फैशशहेब ने बिना भेदभाव के सब के शस्त्रास्त्र जन्ती की आज्ञा दे दी है। और शस्त्र लेकर चलने वालो को तुरन्त गोली मार देने का आदेश जारी कर दिया है। इससे निश्चय ही पश्चिम के पक्षपाती शामीन के समर्थक अपने उद्देश्य में सफल नहीं होगे और लेबनान में शेहाव की वह सरकार अपना दृढ़ रूप में आसन जमा सकेगी, जो बाहरी शक्ति का हस्तक्षेप नही चाहती।"

बगदाद सन्धि-सम्मेलन

२७ जनवरी को तुर्की राजधानी अकारा में बगदाद सन्धि-सम्मेलन का एक गुप्त अधिवेशन हो रहा था। संसद भवन पर सख्त पहरा था, इस समय अकारा में बड़ी उत्तेजना फैली हुई थी। ठौर-ठौर अमरीकी विरोधी संगठन हो रहे थे। झुण्ड के झुण्ड लोग भॉति-भॉति के अमरीकी विरोधी प्रदर्शन कर रहे थे। सुरक्षा पुलिस के दस्ते अमरीकी विरोधी प्रदर्शन कारियो को गिरफ्तार करके जेल में ठूँसने में व्यस्त थे।

तुर्की के प्रधान मन्त्री एडनन-मेन डेरीस प्रधान की कुर्सी पर थे और प्रेक्षक की हैसियत से अमरीकी विदेश मन्त्री जान फास्टर डलेस उनकी बगल में डटे हुए थे। पॉच राष्ट्रो का यह बगदाद गुट सन् ५५ में बना था। पर अमरीकी परराष्ट्र मन्त्री प्रथम बार ही इस सम्मेलन में आए थे। ब्रिटेन, तुर्की, ईराक, ईरान और पाकिस्तान, इन पाँचो राष्ट्रो के प्रतिनिधि यहाँ उपस्थित थे।

अमरीकी विदेश मन्त्री जान फास्टर डलेस ने वक्तव्य दिया--

"मित्रो, अमेरिका इस वचन पर कटिबद्ध है कि वह बगदाद सन्धि वाले पाँचो राष्ट्रो को कम्युनिस्ट आक्रमण के विरुद्ध आवश्यक मदद देता रहेगा। और पश्चिमी एशिया की जनता की रक्षा के लिए सारी शक्ति देगा। अमेरिका बगदाद सन्धि के पाँचो राष्ट्रो को अलग-अलग आर्थिक मदद