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पृष्ठ:खग्रास.djvu/७९

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खग्रास

"विश्व के मानव सस्कार के इतिहास में यह कहानी अमर रहेगी जोरोवस्की, तुमने पृथ्वी के सब मनुष्यो से निराला साहस किया।"

"तो बस, प्रिये, अब हमें आराम करना चाहिए। सम्भवत शीघ्र ही हमें लम्बी यात्रा करनी पड़ेगी।"

"कहाँ कहाँ?"

"कल बताऊँगा। तब तक शायद मास्को से सन्देश भी आ जाय।

"तो प्रिय रात्रि तुम्हे सुखद हो।"

"और तुम्हे भी डालिङ्ग।"

जोरोवस्की ने लिज़ा का चुम्बन किया और वह अपने कमरे में चला आया।

चन्द्रलोक की बाते

"तो तुम्हारी यह निश्चित राय है कि चन्द्रमा पृथ्वी का अंग नहीं है?"

"तुम पुराने विश्वास की बात कह रही हो, लिजा।"

"यही तो हमने बचपन में पढ़ा था कि चन्द्रमा पृथ्वी का ही एक अंग है। जो अतीत में कभी टूट कर अलग जा पड़ा है।"

"तुम्ही क्या, भारतीय ज्योतिषी भी यही मानते है। भारत में चन्द्रमा को मामा कहते है, जानती हो?"

"मामा क्या?"

"मा का भाई। भारतीय लोग पृथ्वी को माता कहते है और चन्द्रमा को मामा अर्थात् पृथ्वी का भाई। उसमे भी तो यही भावना है।"

"लेकिन तुम अब क्या कहते हो?"

"यह तो कार्लवोन थ्योरी ने ही सिद्ध कर दिया था कि पृथ्वी और चन्द्रमा कभी एक नही थे। हाँ, इतना जरूर है कि पहले चन्द्रमा पृथ्वी के अधिक निकट था।"

"तो उस समय पृथ्वी पर ज्वार भाटे भी खूब आते होगे?"