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पृष्ठ:खग्रास.djvu/८०

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खग्रास

"अब से हजारो गुने वेग से। पर धीरे-धीरे चन्द्रमा पृथ्वा से निरन्तर दूर होता जा रहा है। और एक समय आएगा कि उसकी दूरी पृथ्वी से साढ़े तीन लाख मील हो जायगी।"

"कब यह समय आएगा?"

"अब से कोई पचास अरब बरस बाद।"

"माई लव, तब तक मैं बहुत बुड्ढी हो जाऊँगी?" लिज़ा जोर से खिलखिला कर हँस पडी। फिर उसने कहा, "अच्छा यह तो बताओ, सबसे पहले चन्द्रमा पर वैज्ञानिक शोध किसने की?"

"गैलीलियो ने। अब से कोई साढ़े चार सौ बरस पहले।" उसने एक दूरबीन बनाई थी जिसमे चन्द्रमा तीस गुना बड़ा दीखता था। उसके बाद हेवेलियस ने सबसे प्रथम चन्द्रमा का एकमात्र चित्र बनाया। उसके बाद मैडलर और विल्किन्स ने।"

"हम तो बचपन से यही सुनते आए थे कि चन्द्रमा में मनुष्य और पशु पक्षी रहते है।"

"तुम्ही क्या? यह विश्वास तो संसार के वैज्ञानिको का भी दो सौ बरस से चला आ रहा था। परन्तु अब तो मैं देख आया हूँ कि चन्द्रमा में मनुष्य तो क्या पशु पक्षी और कोई दूसरा जीवित जन्तु भी नहीं है। न पेड़ पौधो का नामोनिशान है, मैं तो यह समझता हू कि चन्द्रमा पर लाखो वर्षों से कोई जीव जन्तु नहीं है।"

"पर तुम जो हड्डी के नमूने लाए हो?"

"वह सम्भवत लाखो बरस प्राचीन है।"

"और जिस पदार्थ से तुम्हारा वह प्राणान्तक युद्ध हुआ था?"

"उसके सम्बन्ध में अनुसन्धान के बाद ही कुछ कहा जा सकता था। मगर अफसोस, मेरा राकेट यान रूस नही पहुँचा, उल्का से टकराकर वही चूर-चूर हो गया।"

"हाय हाय, तुम्हारे वे सब मूल्यवान संचित नमूने नष्ट हो गए।"

"कोई हर्ज नहीं। इस बार मैं उनसे अधिक नमूने लाऊँगा।"