पृष्ठ:ग़दर के पत्र तथा कहानियाँ.djvu/१४३

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१३४ गदर के पत्र मिचल साहब ने होडल से चलने से पूर्व राजा साहब से २००) नकद और घोड़े लिए थे। पर सवारों के हिसाब से एक कम था। फिर भी राजा साहब की कृपा कम न थी। (इस राजा को दिल्ली फतह करने पर फाँसी दी गई।)