पृष्ठ:गोर्की की श्रेष्ठ रचनाएँ.djvu/२४८

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सेमेगा कैसे पक्दा गया २४७ इनका नतीजा कुछ भी नहीं निकला । और मैं सोच रहा था . " मगर तुम मेरो गोद में ही मर गये, हुँ ! " और सेमेगा ने जोर से अपनी गर्दन के पीछे खुजाया । " इसे ले जाओ, " सेमेगा की तरफ इशारा करते हुए प्रध न ने कहा । वे उसे ले गए । चार कहानी समाप्त हो गई । _