पृष्ठ:चाँदी की डिबिया.djvu/१६३

विकिस्रोत से
यह पृष्ठ जाँच लिया गया है।
दृश्य २ ]
चांदी की डिबिया
 

जैक

[ उनकी तरफ़ घूर कर ]

आख़िर आप लोग मुझसे चाहते क्या हैं?

मिसेज़ बार्थिविक

जैक!

जैक

जी हाँ, मेरी समझ में बिलकुल नहीं आता कि आप लोगों की इच्छा क्या है।

मिसेज़ बार्थिविक

हम लोग यही चाहते हैं कि तुम सच बोलो और कह दो कि तुमने उस नीच को घर में नहीं बुलाया।

बार्थिविक

बेशक, अगर तुम ख़याल करते हो, कि तुमने इस बेशरमी से उसे ह्विस्की मिलाई और अपनी कर

१५५