पृष्ठ:चाँदी की डिबिया.djvu/१८३

विकिस्रोत से
यह पृष्ठ जाँच लिया गया है।
दृश्य १ ]
चांदी की डिबिया
 

[ बाप से ]

तुम कहते हो कि वह घर से निकल गई और इन लड़कियों को छोड़ गई। तुम इनके लिए क्या इन्तजाम कर सकते हो? तुम देखने में तो हट्टे-कट्टे आदमी हो!

लिवेंस

हाँ, हज़ूर, हट्टा-कट्टा तो हूं, और काम भी करना चाहता हूँ, लेकिन अपना कोई बस नहीं। कहीं मज़दूरी मिले तब तो?

मैजिस्ट्रेट

लेकिन तुमने कोशिश की थी?

लिवेंस

हज़ूर, सब कुछ करके हार गया! कोशिश करने में कोई कसर नहीं उठा रखी।

मैजिस्ट्रेट

अच्छा---

१७५