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विनोद—(बच्चोंके लिए ५० मनोहर कवितायें ) लड़कोंके हाथमें इसे दे दीजिए वह दिन भर इस की कवितायें पढ़कर आपको खुश किया करेंगे। बच्चोंके खूब समझने लायक बिलकुल सरल भाषा है। अनेक प्रान्तोंकी टेक्स्ट बुक कमेटियों द्वारा स्वीकृत है। मूल्य केवल //)
गजपुरीजीका ५०० पन्ने का एक अनोखा और बिलकुल स्वतन्त्र उपन्यास तैयार है। शीघ्र ही छपकर प्रकाशित होगा।
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