पृष्ठ:ठाकुर-ठसक.djvu/८६

विकिस्रोत से
यह पृष्ठ अभी शोधित नहीं है।

मिली-शिल्ली, भौगुर। डोरामिलना-मिलकर एकहोजाना झोनीमहीन, बारीक ढाकीछिपी। झुकामुकी-तड़के, सड़के का ढिगा-निकट। वह अंधेरा जिसमें भादमी पह ढिठई पृष्ठता। चाना नहीं जाता। ढोलिये=ोल बजानेवाला। झुकै मिपते हैं। दौर-इंग, तरीका। झूमदेश्योंका देकर । तखरी- भूमिमाये-विर आये। तजबीज कै-विचार कर। मुरई-सुखादिया। तपन सूर्य। तबीब-(फा०) वैच। भैर-समूह, गुच्छा। तरसी लालायित हुई। टेर पुकार। तरसततरसता- टेरत बुलाते हैं। टीको तिलक। तवाई (तपाई) टोहनाटटोलना, छूना। ताती-कड़ी गर्म । ठठकी-डरी हुई। तिरछी-तिरछी, टेढ़ी। ठाडो खड़े थाप-विश्वास। ठिकाना स्थान । थिगरी-चकती, प्यौदा। डगरास्ता। दई (सं० देव) भाग्य। डगरी-चली। दगा-धोखा। डगौ न=हिलो मत । दगैल-दागी, कलंकित । डरे हैं पड़े रहते हैं। दैतारो दाँत वाला(सं० तालु) डोको-कैती। बड़े दाँतवाला। डीलदार बढ़े। दमकना-चमकना। दमरी-चमढ़ी। दरखानद्वारपाल रहता है।