पृष्ठ:ठाकुर-ठसक.djvu/८७

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बदला लेनेवाले दरारखाना-फटना। धुवाँधार मठमैला दहुचाल-शरारत, उपद्रव । धूंधर अंधकार । दादुर मेदका धूरभरे-धूल से युक्त। दायल-दाँव लेनेवाले, शात पाकर | धेनु उबेरना चराने के लिये गायों को घर से बन की ओर ले जाना। दारू-दवा। धौरा-धवल (सफेद) दारू-गंज-बारूद के ढेर। धौंसा-नागाड़ा। दाहितु है-जलाता है। नइयाँ नहीं। दिन भरना=आयु व्यतीत करना। नजरै देखे । दिवाना-पागल। नथूनी = नाक का जेवर, नथ । दुखहाई -दुख देनेवाली। नंद को = नन्द का पुत्र दुन्ददेना चारारत करना। नटखटीशरारती । दुनी दुनिया,संसार। नटखट = शरारत, कुप्रबंध । दुराई-छिपाया। नबेर नबेर :-छांट छांट कर। दूखीजातम्घटी जाती है। नमकहरामी कृतघ्नता। दोहतसी दुहतीसी सारखींचती सी नहियाँ नहीं। दोहनदूध दुहना। नादिया नंदी बैल। धकधक परत-घबराहट फैलती है | नाधना प्रबंध करना। बँधाना गम होना, जलना। नाघनधना=ठान ठानना। धरे बासन जानना अच्छी तरह नालकोन्टेढ़वा, मियाना । से जानना। निकाइन-सुन्दरता। घमारि फाग। निकानो-सुन्दर हुआ। धुकार-शोर, गरजा निजु-निश्चय। घाँधना=बन्द करना, कैद करना । निदान अन्त । धुंधकी-अंधेरी। निदी-निन्दा करो। धदेना चुनौती देना। निम्नय-चिर्णय (निश्चय) .