पृष्ठ:दक्षिण अफ्रीका का सत्याग्रह Satyagraha in South Africa.pdf/१२१

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दत्तिण अफ्रीका का तत्याग्रह

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निमन्त्रित की गयी और उसमें परभूसिंग को वह वस्तु भेंट की

गयी। यह दृषटन्त हमेंदो शिक्षायें देता है। एक तो यह कि

छिसी भी मलुष्य को हम तुच्छ न सममे और दूसरा यह कि टरपोक से डरपोक आदमी भी अवसर प्राप्त धोते ही बोर बंत सकता है।