पृष्ठ:दक्षिण अफ्रीका का सत्याग्रह Satyagraha in South Africa.pdf/१६५

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इल्षिण अफ्रीका का सत्याग्रह

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है। और यह आम 'सद अथांत्‌ शुम है। इसलिए उन्होंने इस नाम को इतना पसंद किया है। मेंने उनकी दलील का सार बहुत

थोढ़े मेंदिया है। मुमे यह नाम पसन्द तो आया तथापि मैंउसमें 'निस वस्तु कासमावेश करना चाहता था उसका समावेश

उससे नहीं होताथा। इसलिए मैंनेउसके 'दु* को 'त! बनाकर

उसमें 'य' जोड दिया और 'सत्याग्रह” नाम तैयार कर लिया।

सत्य के अन्दर शान्ति को समाविष्ट मानकर किसी भी वस्तु के लिए आगम्रह किया जाय तो उसमें से बत्न उत्पन्न होता है| इस

लिए “आग्रह” के द्वारा उसमें वक्ष काभी समावेश करके

भारतीय आन्दोलन का नामामिधान-सत्याग्रह” अर्थात्‌ सत्य और

'शान्ति से उत्पन्न होनेवाला बल-करके उसका प्रयोग शुरू कर

दिया । तब से इस युद्ध को “पेसिव रेज़िस्टेन्स” नास से पुकारना बन्द कर दिया और यहाँ तक कि अँप्रेजी लेखों में भीकई बार

पैसिव रैजिस्टेन्स को छोड़कर सत्यात्रह अथवा उसी अर्थ के अन्य ग्रेजीशब्द का प्रयोग शुरू कर दिया। सत्याग्रह! के

नाम से पुकारी जानेवात्वी वत्तु का और सत्याम्रह का जन्म इस तरह हुआ। हमारे इतिहास को आगे बढ़ने के पहले पेसिव रैनिस्टेन्स और सत्याप्रह केबीच का भेद जान लेना अधिक आवश्यक है । इसलिए अगले प्रकरण में हम वह भेद समझ लेंगे।