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दत्िण श्रफ्मीदा फा सत्याम्ट
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रखने फा भार मितना तनस्वाह् देनेवाल्े के मिर पर हैउससे दूना वो अपने काम उप्तन क्योंकि है, ऊपर के खुद खयसेवको
हो तनस्याद सममकर अपने सिर पर जिया है। यह बात बढ़ी
ही महत्त्वपूर्ण है।और यह मेंमानता हूँकि सामान्यतः इस बाद
की ओर अनेक संस्थाओं मेंययोचित ध्यान नद्दी दिया जाता ।
इसलिए मैंने इस अध्याय मेंइतना स्थान देने फी द्विम्मत फी है।