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अहमद मुहम्मद फाछुलिया
टॉल्स्टॉय फामे का किस्सा पढ़ेंगे। उसमें सत्याप्रहियों फे कुटुम्ब रहते थे। वहाँ आपने अपने पुत्रों कोभी बतौर उदाहरण के धथा सादगी और जाति-सेवा का पाठ पढ़ने केलिए रक्खा था। और इसीको देखकर अन्य मुसलमान माता-पिताओों ने भी अपने बच्चे इस फाम पर भेजे थे। जवान काछलिया का नाम अली था। उम्र १०-१२ साल फी होगी। अली भम्न, चपत्न, सत्यवादी और सरल लड़का था। लड़ाई के बाद, पर
फाछलियां सेठ के पहले उसे भी फिरिश्ते खुदा के दरबार मेंके गये । पर सुमे विश्वास हैकि यदि वह भी जीता रहता तो अपने पिता की कीर्ति कोऔर भी पल्लवित करता ।