पृष्ठ:दक्षिण अफ्रीका का सत्याग्रह Satyagraha in South Africa.pdf/२५७

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दहिण श्रफ्रीका का सत्याग्रह

श्भ्रे

नहीं था। इसलिए मैंइस बात के विचार ही में था कि किसी

अआजुभवी आदी को उनके साथ में रख्र दिया ज्ञाय तोबढ़ा अच्छा हो | यह विचार में कर रहा था कि इधर प्लेग का प्रकोप शुरू होगया ।इस काम में तो सदनजीत बढ़े कुशल और निर्भय आदमी थे इसलिए मैंने उनको यहीं रख तिया।

इसलिए वेस्ट के स्वाभाविक प्रश्न का उपयोग मैंने कर किया। और उन्हेंसमझा दिया कि प्लेग के कारण ही नहीं वल्कि भु्त-

किल् तौर पर उन्हें यहाँरहनादोगा। इसलिए उन्होंने उपयुक्त रिपोर्ट भेजी |पाठक जानते दी हैं. किइसलिए छापेखाने को तथा! पत्र को सी फिनिक्स ले जाना पढ़ा | वेस्ट के १० पौर्ड मासिक

वेतनकेबदले फिनिक्स में३ पौरढ हो गये ।पर इन

मेंवेस्ट की पूरी सम्माति थी। मुझे तो एक दिल भी ऐसा

अनुभव नहीं हुआ कि उन्हेंकभी यह विचार ही पैदाहुआ होकि

भेरी आलीविका कैसे चलेगी | धर्म का अभ्यास न होने पर भी

वह एक अत्यन्त धार्मिक मनुष्य हेँ।पद्टबढ़ेदीस्वतत्त्र स्वभाव

केमनुष्य हैं।वोवस्तुउन्हें ज॑सीदीखे उसेबेसीहोकहनेवाति

हैं।कात्षे को कृष्णवर्णी नहीं काज्ा ही पढ़ेंगे। उनकी रहने

सहन बड़ी सोघोमादी थी । हमारे परिचय के समय वह त्ह्मचारी

थे। मेंजानता हूँ कि वहअह्च्य का पाज्न भी फरते थे। कितने दी साल वाद बह इस्लेंड गये और अपने भावा-पिता का

क्रिया-कर्म कर के अपनो शादी भी कर त्ञाये । मेरी सलाह से अपने साथ में स्रो, सास, और कुँवारो बहन को भी के आये । वे सव फिनिक्स में हीबढ़ी सादगी के प्ताथ रहते ये

और हर प्रकार से भारतीयों मेंमित्र जातेथे|मिस वेस्ट अब

देश वर्ष की हुई होंगी। पर अब सी कुमारी हैं। वह अपनों

जीवनबड़ीपवित्रता केसाथव्यतीतकररही हैं। उत्दोंने कोई