$१०;
टॉल्सटॉय फार्म (२) जमीन ११०० एकड़ थी। उसके एक सिरे पर एक छोटी सी टेकडी थी | जिस पर एक छोटा सा सकान भी था। फल के
कुछ पेड़ थे, जिनमे नारंगी, अ्रप्रिकोट, प्लम खूब पैदा होते थे-इतनी तादादे मे कि मौसम सेंसत्याप्रहियों केपेट भर खाने पर भी बच रहते |एक छोटा-सा मरना भी था, जिससे स्वच्छ पानी
मिल्ल सकता था । रहने के स्थान से घद्द कोई ५०० गज की दूरी
पर द्ोगा। पानी काचड़ों से लाना पडता, खासा परिश्रम भी ही
जाता । इस स्थान पर हमने यह नियम रकखा कि नौकरों के हारा
किसी प्रकार का घरू, खेती का या मंकान बाँधने का काम भी से लिया जाय। इसलिए पाखाने साफ करने से लेकर खाना पकाने तक का सभी काम प्रत्येक कुठुम्ध को स्वयं ही करना पड़ता था| छुटुम्बों कोरखना था । पर पहले ही से यह नियम बना रक्मया
था कि स्त्रियों भोर पुरुषों कोअलग-अछतग ही रक्खा जाय। इस लिए सफान भी अलग अलग और दूर-दूर हो बनाये गये। दस लियां और साठ पुरुषों के रहने योग्य मकानघन्ानेफा फौरन निश्रय फिया गया ।मि० फेज्ननवेक के रहने के लिए भी एक सकान बनांता था और उसके.साथ द्वीसाथ एक पाठशाज्ञा के लिए भी ।