पृष्ठ:दक्षिण अफ्रीका का सत्याग्रह Satyagraha in South Africa.pdf/४४६

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सभी कैद

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  • डिया हैया नहीं, तथ ये उसके उत्तर में न तो हाँ,कहें और ते ना

हैकहें ।

इन दोनों के विपक्ष मेसाक्षी बन कर मेंखड़ा हुआ। हमें

मामले को लम्प्राना तो था दी नहीं । इसलिए हमने इस बात के

लिए अदालत की पूरी सहायता की कि तीनों के मामले एक दी

दिन मे समाप्त हो जायं। आखिर ऐसा द्वीहुआ। तन तीन

मदिने की कैद हम तीनों को हुईं। भव हमे यद्द मालूम हुआ कि कम सेकम तीन महीने तो तीनों एक ही जगद रहेगे। पर सरकार बरदाश्त कर सकती थी ९

तेयापि बुछ्द दिन तो बाक्सरेस्ट की जेल मे दमने सुख पूर्वक विदाये| यहाँ इमेशा नये कैदी आते रहते थे, इसलिए नित्य नहें बबर भी मिलती रहती थीं। इन सत्याम्ददी कैदियों मेदृरबत;पिंहनाम का एक बूढा था। उसकी 'अवस्था ७५ चष से भी प्रधिक होगी । चद्द कहीं खानों में नौकरी नहीं करता था। उसने परसों पहले अपना गिरमिट पूरा कर दिया था। इसलिए वद्द इब्तालिया नहीं था । मेरे गिरफ्तार दो जाने पर क्ोगों में जोश

छठ बढ़ गया था। और वे नाताल से टृ।सवाल में प्रवेश कर

अपने को गिरफ्तार करा दिया करते थे। दृरबतसिंद्द नेभीइनके पेय साथ टरन्सवात् जाने का निश्चय किया।

एक दिन हरबतसिंद से मैंने पूछा “आप क्‍यों जेल मे ओये

भाप जैसे वूद्ोंको मैंनेजेक मे आने का निमन्त्रण नहीं दिया है, हरबतसिंद नेउत्तर दिया “मैं केसे रद्द सकता था, जब आप

(पक धमपत्नी और आपके लड़के तक हम ल्ोगाँ के किए जे च्षे गये ९ ज्ेफिन आप जेल के दुःखों को बरदाश्त नहीं कर सकंगे।