पृष्ठ:दक्षिण अफ्रीका का सत्याग्रह Satyagraha in South Africa.pdf/४६९

विकिस्रोत से
यह पृष्ठ अभी शोधित नहीं है।

श्ध्ष

दक्षिण अफ्रीका का सत्याम्रदे

थे। फिर अब उन दु.ोंकोसावित कर देने में कोई विशेषता: होनी हीनहीं तेनेकीदृत्ति वो सत्याम्रद्दीमें नहीं रद्द जाती । धदत्ा

चाहिये |इसलिए अपने दु खों को सिद्ध कर देने में जहां असा-

घारण कठिनाइयों का सामना करना पड़ रद्दा दो वहा ठीक तो

यहीहैकि वह शांत रहे। सत्याप्राही तोश्रसत्ञ बात के लिये

लड़ता है, और बद्दथाकानून | जहाँ उसके रद होने अथवा उसमें आवश्यक परिवर्तन दोजाने कीभीसभावना है तो फिर सत्याप्रदी दूसरे ममटों मे पढ़ेगा क्यों ! दूसरे, कानून फे विरेध

मेंबसने जो युद्ध ठान दिया है. इसमें सत्याप्रही का मौन भी

तो अवश्य समभौते केसमय मददगार होगा। इन दल्ीलों से विरोधी पत्तकेएक बढ़े द्विस्से कोमें समझा सका । अआलिर यही निश्चय हुआ कि दुःखों कीकानूनन फरियाद को साबित करने की बात फो छोड़ दिया जाय ।