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दक्षिण अफ्रीका का सत्याग्रह
यूनियन पार्लियामेन्ट में खूब और मीठी चर्चा हुई। अन्य बाते,
जिनके लिए कानून की आवश्यकता नहीं थी, जनरल स्मट्स भोर मेरे बीच के पत्र-व्यवह्दार दाग, तय हो गई | उनमें नीचे लिखी
बातों का खुलासा था।
( १) केप कोलोनी मेंशिक्षित भारतीयों के प्रवेश भर निवास के हक़ की रक्षा । (२ ) दत्तिणी अफ्रिका में दाखिल होनेके लिए खास इजा-
जत किन्हें किन्हे दीजाय ९
(३ ) सन् १६१४ के पहले दक्तिणी अ्रफ्रिका में प्रवेश पा
चुकने वाले शिक्षित भारतीयों केविषय मे, और ह (४ ) जिसने एक से अधिक लियों से शादी कर ली दे उसे वराय मिहरवानी अपनी अन्य लियों को काने की इजाजत देदी जाय, इस विषय मे । जनरल स्मट्स के पत्र मेंएक भर बात भी है। “वर्तमान
फानूनों के विषय में यूनियन सरकार ने हमेशा यही घाद्दा हेभोर
अ्रव भी चाहती हैकि उन पर न्याय पुर्वक और वर्तमान स्वत्तों
की रक्षा फ्रते हुए ही अमल किया जाय” यह पत्र जून सन्१६१४
की ३० थीं तारीख कोलिखा गया था। उसी दिन मैंने जनरल स्मद्स को एक पत्र लिखा जिसका आशय इस प्रकार था ) “आपका आज ही का लिखा पत्र मुझे मिल गया। जनरह
स्मदूस ने शांति औरविनय पूर्वक मेरी बातों को सुन लिया इस किए में उनका एश्सानमन्द हूँ । भारतीयों के साथ रिआायत
करने वाला कानून ओर हसारा यह पत्र-व्यवह्मार सत्याप्रहन्युद्ध को समाप्त करवा है । यह युद्ध सन् ९६०६ के सितस्र में शुरू हुआ
_पी। इसके कारण भारतीयों को अनेडों कष्ट और आर्थिक मुसी-