पृष्ठ:दक्षिण अफ्रीका का सत्याग्रह Satyagraha in South Africa.pdf/६३

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भारतीयों नेक्या किया ! भ [एप जनता ऊ्री म्थिति का विचार झरते हुए हम पिछले अध्यायो में कुछ 5द तक यह देख चुके £ कि भारतीयों ने अपने पर किये गये आक्रमणों कोकिस तरह

मेला। किन्तु सत्याग्रह को पूरो-पूरी कल्पना होने के लिए पाठकों को एक-आध अध्याय द्वारा यह बता देना जरूरी है कि उनकी

सुरक्षितता केलिए और कौन-कौन से प्रयत्त किये गये। १८६३ ईं०तक दक्षिण अफ्रीका मेंऐसे सुशिक्तित और स्वतन्त्र भारतोय

घहुत कम येजो अपने देश-भाइयों के लिए मंगढ़ सके । अंगजीपढ़े-लिखों के नाम से अंग्रेजी जाननेवाले भारतीयों में

केवल “महेदा” अयथात गुमाश्तानवग था। वे तो अपने काम के लायक ही थे । अंग्रजीमें दरख्वातें वगेरा वे नहीं लिख सकते यह भी कर्तव्य था कि अपना सारा समय अपने फिर उनका मालिकों को ही दें। इसके अतिरिक्त एक और भी वर्ग था,

दब्चिण अफ्रीका में ही पेदा हुए भारतीय जो अंग्रेजी जानता

था | अ्रषिकांश में तोये गिरमिटियों की प्रजा थे। उनमें भी अगर फिसी ने कुछ योग्यता प्राप्त को ट्टोदो वद्द अदालतों में

दुभाषिये का काम करके । ऐसे आदमी लवानी हमदर्दी दिखाने