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दृश्य-दशन

प्रसिद्ध मन्दिर है। मन्दिर बहुत बड़ा है। उसके पास कोई योरप निवासी नहीं जाने पाता। पशुपति नगर नेपालियों की काशीपुरी है। मरने के समय लोग वहीं रहने जाते हैं।

नेपाल को सालाना आमदनी एक करोड़ रुपया है। पर सर रिचर्ड टेम्पल साहब को इस पर विश्वास नहीं। आप कहते हैं कि इतनी आमदनी नहीं है ; यह बढ़ा कर बतलाई गई है।

नेपाल में २०,००० फौज हमेशा तैयार रहती है। वह कई पल- टनों में बँटी हुई है। पर नेपाल एक ऐसा देश है जहाँ के सभी मनुष्य हथियार उठाना और लड़ना जानते हैं। उन सब को नियत समय तक युद्ध-विद्या सिखलाई जाती है और जरूरत पड़ने पर वे सब अपने देश की रक्षा के लिए लड़ाई पर भेजे जा सकते हैं। ज़रूरत के समय नेपाल कोई सत्तर अस्सी हज़ार फौज इकठ्ठा कर सकता है। फ़ौज को अँगरेज़ी तरह की कवायद सिखलाई जाती है। सब को एक विशेष प्रकार की वर्दी पहनना पड़ता है। सिपाही सिर पर फेंटा बाँधते हैं। अफसरों के फेटों पर कलँगी,जवाहिरात और चिड़ियों के सुन्दर सुन्दर पंख लगे रहते हैं। फौज के बड़े अफसरों की पोशाक और ही तरह की होती है।

नेपाल में मेगज़ीन,सिलहखाने और दो तीन तरह के तोपखाने भी हैं। कुछ फ़ौज के पास अँगरेज़ो और कुछ के पास देशी हथियार हैं। पर खुकड़ी हर सैनिक के पास रहती है। गनफील्ड राइफल के नमूने की बन्दूकें भी नेपाल में बनती हैं। नेपाली फ़ौज कवायद-परेड में बहुत होशियार है। उसकी बहादुरी की तो बात ही क्या ? गोर्खा सिपाही संसार में प्रसिद्ध हैं। नेपाल में रिसाला अच्छा नहीं। इस