पृष्ठ:धर्म्म पुस्तक.pdf/१४९

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ब गान है और को पुस्तक। इसराएलियों ने देखा और लेग परमेश्वर से डरे तब परमेश्वर पर और उस के दाम ममा पर बिमाम लार्य । १५ पंदर हया पर्च। और दूसराएल के संतान ने परमेश्वर का धन्यवाद और मूसा त स्तुति इस रीति से गाया और कहके बोला कि मैं परमेश्वर का भजन करूंगा क्योंकि उस ने बिभब से जय पाया उम ने घोड़े को उम के चढ़वैया समेत ममुद्र में नष्ट किया॥ २ । परमेश्वर मेरी सामर्थ्य और मेरा बुह मेरौ मुक्ति हुत्रा वुह मेरा ईश्वर है मैं उस के लिये निवास मिट्ट करूंगा मेरे पिता का ईश्वर है मैं उस की महिमा करूंगा ।। परमेश्वर याड़ा है परमेश्वर उस का नाम है॥ ४। उस ने फिर ऊन के रथ और उन की सेना को समुद्र में डाल दिया जस के चुने हुए प्रधान भी लाल समुद्र में डूबे हैं। ५। गहिरापां ने उन्हें ढांप लिया वे पत्थर के समान नौचे लो डूब गये ॥ ६॥ हे परमेश्वर नेरा दहिना हाथ सामर्थ्य में महान हुआ हे परमेश्वर नेरे हिने हाथ ने बैरियों को टुकड़ा टुकड़ा किया। । तू ने अपनी महिमा के महत्व से अपने बिरोधियों को उलट डाला तू ने अपने कोप को भेजके उन्हें खटी की नाई, भस्म किया ॥ ८। और तेरे नथुनों के खास से जल एकड़े हुए और बाढ़ ढेर होके खड़े हो गये और समुद्र के अंतःकरण में गहिरापे जम गये। बेरी बोला कि मैं पीछा करूंगा में जाही लेजंगा में लूट को बांट नंगा उन से मैं अपनी लालसा को संतुष्ट करूंगा मैं अपना खड्ग खौं चूंगा मेरा हाथ उन को नाश करेगा। १० । न ने अपनी पवन मारी समुद्र ने उन्हें हिपा लिया घे मौसे की नाई महा जलों में डब गये। ११ । हे परमेश्वर देवों में तेरे तुल्य कौन है पवित्रता में तेरे तुल्य तेजोमय कौन है तेरी नाई आश्चर्य करते स्तुति में भयंकर ॥ १२ । तू ने अपना दाहिना हाथ बढ़ाया एथिको उन्हें निगन्न गई ॥ १३ । न ने अपनी दया से अपने छोड़ाये हुए लोगों की अगुवाई किई त ने अपनी मामर्थ्य से उन्हें अपने पवित्र निवास लो पहुंचाया ॥ १४ । लोग सुनके डरेंगे और फिलिम तीया के निवासियों को भय पकड़ेगा । फक मारी