पृष्ठ:धर्म्म पुस्तक.pdf/१८३

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३१ प] की पक्तक कार्य निकाले ॥ ५। मणि के खाटने और जड़ने में और काष्ट के खोदने में जिसने समस्त प्रकार की हथाटी का कार्य करे॥ ६ । और देख मैं ने उम् के संग बहलिअब को जो अखिसक क का पुत्र और दान के कुल में का है दिया और में ने समस्त बुद्धिमानों के अंतःकरणे में बुडि दिई कि सब जा मैं ने तुझे श्राज्ञा किई है बनावे ॥ ७॥ मंडली का तंबू और साक्षी को मंजूषा और दया का आसन जा उस पर है और तंब के समस्त पात्र॥ और मंच और उस के पात्र और पवित्र होअर उस के पात्र सहित और धूप की बेदी । और भट के होम की बेदी उस के समस्त पात्र समेत और स्नान पाब और उस का पाया ॥ १.। और सेवा के बस्त्र और हारून याजक के लिये पवित्र बस्त्र और उस के बेरा के बस्त्र जिमने याजक की सेवा में सेवा करे। ११। और अभिषेक का नेल और पवित्र स्थान के लिये सगंध धूप उस समस्त आज्ञा के समान जा तुम से किई है वे करें॥ १२। फिर परमेश्वर मूसा से यह कहके बाला॥ १३ । कि तू इसराएल के संतानों को यह कहके बोल कि मेरे विश्रामों का पालन करो इस लिये कि वह मेरे और तुम्हारे मध्य में और तुम्हारी समस्त पीढ़ियों में एक चिन्ह है जिसतें तुम जाना कि मैं परमेश्वर तुम्हें पवित्र करता हूं ॥ ९४ । इस कारण विश्राम का पालग करो क्योंकि यह तुम्हारे लिये पवित्र है हर एक जो उसे अशुद्ध करेगा निमय बध किया जायगा क्योंकि जो कोई उम में कार्य करे सो अपने लोगों में से काट डाला जायगा॥ १५ । छः दिन कार्य हे वे परंतु सातवां चैन का विश्राम परमेश्वर के लिये पवित्र है से जो कोई बिश्राम के दिन में कार्य करे बुह निश्चय मार डाला जायगा॥ १६ । इस कारण इसराए न के संतान विश्राम का पालन करें कि सनातन नियम के लिये उन की समस्त पीढ़ियों में विश्राम का पालन होवे ॥ १७। मेरे और इसराएल के मंतानों के मध्य में यह सदा के लिये चिन्ह है क्योंकि परमेश्वर ने कः दिन में खर्ग और एथिवी उत्पन्न किये और सातवें दिन अवकाश पाया और हप्न डा ॥ १८। और जब बुह मूसा से सीना के पहाड़ पर बाती कर चुका तव माक्षी के पत्थर की दो पटियां ईश्रर की अंगुलियां से लिखौ हुई उस ने उसे दिई । निश्श्य तुन