पृष्ठ:धर्म्म पुस्तक.pdf/२५३

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२४ पब्] ५स्तक । २४५ दिन लो परमेश्वर के लिये होम को भेट चढ़ाया लाठव दिन तुम्हारा पवित्र बुलाया है से है सो तुम परगेश्वर के लिय हाम को भर चढ़ाया यह सभा का दिन है उस में संसारिक कार्य मत कीजिया ॥ ३७॥ परमेश्वर के ये पर्व हैं जिन में तुम पवित्र बुलावा प्रचारियो जिसने परमेश्वर के लिये होम की भट आग से बनाई हुई और भाजन की भेट एक बलिदान और पौने की भेंट हर एक वस्तु अपने दिन में चढ़ाइयो। ३८। सेो परमेश्वर के विश्राम के दिनों के और अपनी भंटा से अधिक और तुम्हारी समस्त मनौती से अधिक और तुम्हारे समस्त मनमंना भेटों से अधिक जिन्हें तम परमेश्वर के लिये चढ़ाते हो ॥ ३८ । सान मास की पंदरहवीं तिथि जब खेतों का अनाज एकट्ठा कर लो तब तुम सात दिन लो परमेश्वर के निय पर्ब मानियो पहिला दिन बिश्राम का होगा और अाठवां दिन बिश्राम का होगा। ४ ० । सेो तुम पहिले दिन सुदर वृक्षा का फल और खजर की डाली और घने रक्षा की डालियां और नालियों का बैत लौजिया और परमेश्वर अपने ईश्वर के आगे सात दिन लों आनंद की जयो। ४१ । और बरस में परमेश्वर के लिये सात दिन भर पर्व के लिये पालन करियो यह तुम्हारी पीढ़ियों में सनातन की बिधि होगी सात मास याही स्मरण कीजियो। ४२। सात दिन ले ले डालियों की छान में रहिया जिनने इसरारली है सब के सब डालियां की छान में रहें ॥ ४३ । जिसतं तुम्हारी पौढ़ी जाने कि जब मैं इसराएल के संतानों को मिस के दंश से निकाल लाया में ने उन्हें डालियों की कान में वमाया मैं परमेश्वर तुम्हारा ईश्वर हं ॥ सो मसा ने इमराएल के सत्तानों से परमेश्वर के पों को कह ४४. सुनाया। २४ चौबीमयां पल । फर परमेश्वर ममा से कह के बोला ॥ २। कि दूसरारत के संतानों को आज्ञा कर कि दीपक को नित जलाने के कारण कटे हुए जलपाई का निर्मल तेल तुझ पास लावे ॥ ३। हारून उसे मंडली के तंबू में साक्षी के छोट के बाहर सांझ से बिहान ले परमेश्वर के आगे रीति से रक्से