पृष्ठ:धर्म्म पुस्तक.pdf/७९६

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ले गया। राजावली [२५ पच्च के मार्ग से जो भीनों के मध्य राजा की बारी के लग है रात को भाग गये [अब कमही नगर को घेरे हुए थे और चौगान की ओर चले गये। ५। पर कसहियों को सेना ने राजा का पीछा किया और उसे यरीहो के चौगानों में जाहो लिया और उस का सारा कटक उरसे हिन्न भिन्न था। ६ । सेो वे राजा को पकड़ के बाबुल के राजा पास रिबला में लाये और उन्हों ने उस का न्याय किया। ७। और उन्हों ने सिद कयाह के बेटों को उस को श्राखों के आगे धान किया और मिद कयाह की आंख अन्धी किई और पीतल की वेड़ियों से उसे जकड़ा और उसे बाबुल को ८। और बाबुल के राजा भबखुदनज़र के राज्य के उन्नीसवें बरस के पांचवें माम मानवौं निधि में बाबुल के राजा का एक सेवक नबसरबहान जो निज सेना का प्रधान अध्यक्ष था यरूसलम में आया । ॥ और उस ने परमेश्वर का मन्दिर और राजा का भवन और यरूसलम के मारे घर और हर एक बड़े घर को जला दिया । १ . ! और कसदियों की मारी सेना ने जो लस निज सेना के अध्यक्ष के माथ थों धरूमलम की भीतों को चारों ओर से ढा दिया । ११। और रहे हुए लोगों को जो नगर में बचे थे और उन को जो भाग के बायुल के राजा पास गये थे मंडली के उबरेहए के साथ नयूसर- हान निज सेना का अध्यक्ष ले गया ॥ १२ । परंतु निज सेना के अध्यक्ष ने दाख के सुधरवैये और किसानों को अर्थात् देश के कंगालों को छोड़ दिया। १३ । और परमेश्वर के मन्दिर के पीतल के खंभों को और अाधारों को और पीतल के समुद्र को जो परमेश्वर के मन्दिर में था कसदियों ने तोड़ के टुकड़ा टुकड़ा किया और पौतल को वाचुल में ले गये ॥ १४ । और बरलोहियां और फाबड़ियां और कतरनिया और चमचे और पीतल के सारे पात्र जिस्से वे सेवा करते थे ले गये। १५ । और अंगेठिया और कटोरे और सब कुछ जा सरने चांदी का या मिज सेना का अध्यक्ष ले गया ॥ ९६ । दो खंभा को और समुद्र को और श्राधारे। को जिन्हें सुलेमान ने परमेश्वर के मन्दिर के लिये बनाया था इन मारे पात्रों का पीतल बेताल था। १७। एक खंभ की ऊंचाई अठारह हाथ और उस पर का भाड़ नाब का और भाड़ की उंचाई तीन हाथ झाड़