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पृष्ठ:नैषध-चरित-चर्चा.djvu/५३

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नैषध-चरित-चर्चा

आजकल का शिक्षित-समुदाय यंत्र-मंत्र की बातों को कुटिल दृष्टि से देखता है, और पुरानी प्रथा के पंडित यंत्र-मंत्रों की समालोचना करना बुरा समझते हैं। तथापि हमको यहाँ पर प्रसंगवशात् इस विषय में कुछ लिखना ही पड़ा । अतः हम दोनो प्रकार के विद्वानों से क्षमा माँगते हैं।





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