पृष्ठ:न्याय.pdf/१५७

विकिस्रोत से
यह पृष्ठ जाँच लिया गया है।
अङ्क ३]
[दृश्य १
न्याय

मुल्लाओं की सी आँखें, बाल खिचड़ी हो गए हैं, और कनपट्टी से फिरे हुए हैं। मेज़ के पास खड़ा एक आरी को देख रहा है, जो किसी धातु की बनी हुई है। जिस हाथ में वह उसे पकड़े हुए है उसमें दस्ताना है, क्योंकि उसके हाथ की दो उँगलियाँ गायब हैं। प्रधान वार्डर वुडर लंबा और दुबला है, और पलटनिया मालूम होता है। उसकी उम्र साठ वर्ष की है। मूंछें सफ़ेद हैं। बंदर की सी उदास आँखें हैं। गवर्नर से दो क़दम की दूरी पर मुस्तैदी से खड़ा है।

दारोग़ा

[रूखी और हलकी मुसकिराहट के साथ]

बड़े आश्चर्य की बात है, मिस्टर वुडर! तुम्हें यह कहाँ मिली?

वुडर

उसकी चादर के नीचे, साहब। ऐसी बात दो वर्ष से नज़र नहीं आई।

दारोग़ा

[आश्चर्य से]

कोई सधी बधी बात थी क्या?

१५२