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अङ्क १़]
[दृश्य १
न्याय

जेम्स

कोई ईमानदार और साफ़दिल आदमी एक मिनट के अन्दर ऐसे मोह में नहीं पड़ जाता। उसका कोई ठिकाना नहीं है। रुपए के मामले में अपनी नीयत को साफ रखने की शक्ति उसमें नहीं है।

वाल्टर

[रूखे स्वर से]

लेकिन पहिले कभी उसने ऐसा नहीं किया।

जेम्स

[उसकी बात को अनसुनी करके]

अपने समय में मैंने ऐसे बहुत आदमी देखे हैं। इसके सिवा कोई उपाय नहीं कि उन्हें हानि के पथ से दूर रक्खा जाय। उनकी आँखें नहीं होती।

वाल्टर

उसे सख़्त क़ैद की सज़ा हो जायगी।

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