पृष्ठ:पउमचरिउ.djvu/२६६

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क०,७-१०२, १-९, १-२] छट्टो संधि चायारै वि वारइँ रुद्धाइँ दिदुइँ छत्त-द्धर्य-चिन्धाइँ॥७ णिसुयई रण-तूर, बज्जिय हय-हिंसिय-गयवर-गजियई ॥ ८ दुबार-वइरि-सय-रोक्किय. पच्चारिय-खारिय-कोकियइँ ॥ ९ ॥ घत्ता॥ तं पेक्खेविणु वइरि-बलु कित्तिधवलु सिरिकण्ठे धीरिउ । 'तावण जिणवर जय भणमि जावणरणे विवक्खु सर-सीरिई ॥१० - WWW 15 .35 सिरिकण्ठहों जोऍवि' मुह-कमलु कमलाएँ पवुत्तु कित्तिधवलु ॥ १ 'किं ण मुणहि धण-कञ्चण पउरु विजाहर-सेढिहिं मेहउरु ॥२ तहिँ पुप्फोत्तर-विजाहिवइ तहों तणिय दुहिय "हउँ कमलमई ॥३॥ छुडु छुडु उच्चेलॅवि" णीसरिय चमरहरिहिं णारिहि परियरिय" ॥४ तहि अवसरें" धवल-विसालाई वन्देप्पिणु मेरु-जिणालाई" ॥५ स-विमाणु एन्तु णहें णियवि सइँ घत्तिय णयणुप्पल-माल मइँ ॥६ तइयहुँ जै जाउ पाणिग्गहणु एवहिं णिक्कारणे काइँ रणु ॥७ मा णिय-णिय-सेण्ण." णिट्ठवहाँ" तहाँ पासु महन्ता पट्ठवहीं ॥८ ॥ घत्ता ॥ णिसुणेवि तं तेहउ वयणु पेसिय" दूय पराइय तेत्तहें । उत्तर-वारें" परिट्ठियउ पुप्फोत्तरु" विजाहरु जेत्तहें ॥९ [३] विण्णाण-विणय-णयवन्तऍहिं विजाहरु वुत्तु महन्तऍहिं ॥ १ 'परमेसर एत्थु अ-खन्ति कर सबउ कण्णउ पर-भायण ॥ २ 34 A वेयारिवि. 358 A दिइ.33 1 घय. 37 "चिंधाइ.38 s णिसुयइ. 39 A रणतूरह रयणतय. 40 P विजियाई. 418 गजियाई, गजियाइ. 42 ' S रोक्कियाई, सह रोकियाइ. 13 ' S 'कोक्कियाई, A °कोकियाइ. ++ 8 सरसरीरिउ. 2. 15 जोइवि.: कमलाइ, कमलाएं वुत्तु. 3 " किन्न. 4 . मुणहिं. 51 से ढिहि. 6 P SA तहि. 7 PS पुप्पोत्तर, A पुप्फुत्तर. 81 तहु. 9A तणय. 10 9 हउ. 11A कमलवइ. 1:21 उच्चेलिवि, A उब्वेल्लित्रि. 13 - णीमरिया. 14 5 परियरिया. 1528 तहि. 16 P अवसरि. 17 5 विसालाह. 181 जिणालई, जिणालाए. 195 हि.20 एवि. 21 5 णयलु. 225 तइय हु. 23 5A जि. 24 1 5 एवहि, A एज्वहिं. 25 5 णिकारणि. 26 Ps A काह. 27 15 सेण्णइ. 28 A नि?वहु.29 1 पासि. 30 ' तं णिमुणेवि, तं णिसुणिवि. 31 पेसिउ दूयउ. 32P पराइभ, , पराअ.33 ' त्तेत्तहे. 34 1 $ A वारि. 35 " परि- टिमउ. 36 PS पुष्पोत्तरु, A पुष्फत्तर. 37 " तेत्तहे. 3. 1 Pणवयंतएहिं. 2 P विजाहर. 3 5 एकु. 4 P S अक्खंति. 5A कण्णउं. 6 Ps भायणउं.