पृष्ठ:परमार्थ-सोपान.pdf/३१६

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इं५८ परमार्थसोपानं [ Part 11 Ch. 4 19. NO OUTSIDER CAN ENTER A CROWDED SARAI. प्रीतम छवि नैनन बसी, पर छवि कहाँ समाय । भरी सराय रहीम लखि, पथिक आय फिर जाय ॥ 20. NECESSITY OF ACTIVE EFFORT. जिन खोजा तिन पाइया, गहरे पानी पैठ | हीँ बौरी बूड़न डरी, रही किनारे बैठ ॥ 21 CARE NOT FOR THE DERISION OF THE WORLD. रक़ीबों ने लिखाई हैं रपटें, जा जा के थाने में | , कि अकबर नाम लेता है, खुदा का इस ज़माने में ॥