पृष्ठ:परमार्थ-सोपान.pdf/३३९

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Dohas 19-21] Ascent ૨૮ (१९) अनुवाद. निर्विकल्प सहज मन से स्मरण करते करते एक ज्योति प्रकट हो गई । उसमें एक पुरुष है, जो निरालम्य है । उसकी मैं बलिहारी हूँ । (२०) अनुवाद. लग गई लग गई सब कहते हैं, पर लगन एक बड़ी भूत-बाधा ( या संचार ) है । लगन तो वही प्रशस्य है, जिससे पारदर्शित्व प्राप्त हो । (२१) अनुवाद हृदय के भीतर आरसी है । ( उसमें तुमने अपना ) मुख नहीं देखा । मुख तो तभी देखोगे जब दिल की दुविधा चली जाएगी।