पृष्ठ:परमार्थ-सोपान.pdf/३६१

विकिस्रोत से
यह पृष्ठ अभी शोधित नहीं है।

Padas 13-14] Incentives 11 Note :- नॄग became a गिरगिट because he nodded his head when a cow which was already gifted was again handed over in charity. - आपु Refers to श्रीकृष्ण. Note : - ' होनी होके रही ' is a blank line and does not rhyme with the preceding होनी नाहिं टरी would have been a more metrical reading except for the fact that the word z occurs in the . होनी होके रहीं - cf. अवश्यं भाविभावानां प्रतीकारो भवेद्यदि । तदा दुःखैर्नलिप्येरन् नलरामयुधिष्ठिरा : अवश्यं भाविनोभावाः भवन्ति महतामपि । नग्नत्वं नीलकण्ठस्य महाहिशयनं हरे : यदभावि न तद्भावि भाविचेन्न तदन्यथा । इति चिन्ताविनोऽयमगदः किं न पीयते 11 2 11 11 3 11 ॥ ३ ॥ हितोपदेश. 14 बिछुरे = बिछुड़ने पर, ( बिछुड़ना from Sk. विच्छेद ) - मिलन नाही होवे ( ज्यों ) तरुवर के पात - The leaves will not meet the tree ( nor themselves ! ). of पात झड़न्त कहत हैं, सुन तरुवर कविराय । अब के बिछुड़े मिलन न होगा, दूर पड़ेंगे जाय ।। कफ कण्ठनिरोधी - ef कृष्ण त्वदीय पदपङ्कजपञ्जरान्ते अद्येव में विशतु मानस राजहंसः । प्राणप्रयाण समये कफवातपित्तः कण्ठावरोधनविधौ स्मरणं कुतस्ते ॥ टूटी जात = खण्डित होती है, रुक जाती है, falters or fails. मूढमति = (१) सम्मूढचेत माता पिता ( २ ) हे मूर्ख मनुष्य ।