पृष्ठ:परमार्थ-सोपान.pdf/४११

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Padas 15-17 ] Ascent ( 3 ) Key to unlock the touth door. cf. 'हरिकरुणवेंवंथ कीलिकै दोरेयितु । 61 Also cf. for the sense, 'जाहु हंस पच्छिम दिसा, खिरकी खुलवावो । and Marathi, ‘नवद्वारासी घालुनि कुलुपे, दहावा उघडा केला । , अलख पुरुख जाको ध्यान धेरै - ( 1 ) If we take जाको (whose) then is to be understood as the predicate of अलख पुरुष. (2) Also, अलक्ष्य पुरुष स्वयं जिसका ध्यान धरता है । 'पहले गुरु को गाइये पुरुष निर्वाण ।' cf. .... पैदा किया अलस ( 3 ) जाको might also be corrected as जाक ( जाकर ) - After going to the अलख पुरुष. ( why should you go to the head for God as if He is nowhere else ? ) काल कराल' "मद लोभ जरे - f. Ramadas, " पापाची खण्डना झाली । जन्म यातना चुकली । ऐसी स्वये प्रचीती आली । ह्मणजे बरें । " अमी ( Colloquial for अमिय ) 17 - आसमानी ( Adj. from आस्मान ) Nectar. cf. Sk. अमृत. गगनभेदी । = उमड़ि - पूर्वकालिक क्रिया of उमड़ना = बढ़ना । वखानी - ( to rhyme with आसमानी ) for वखाना. चाँद सूरज तारागन नहि वहँ - . " न तत्र सूर्यो भाति न चन्द्र- तारकम् । 99 रैन विहानी From Sk. रजनी and विभात. वांसुरी - From बाँस ( From Sk. वंश ) ररंकार - (१) रकार की ध्वनि; (२) रमरमकार की ध्वनिः (३) राम राम ध्वनि; (4) May also be connected with the verb ररना = लगातार एक ही बात कहना ।