पृष्ठ:परमार्थ-सोपान.pdf/४९३

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तुलसी पत्नी २१ इन दिनों विख्यात किया गया है, जिसे शुद्ध साहित्यक समालोचक अमान्य समझते हैं । इनकी रचना का एक उदाहरण दिया जाता है । खरिया खरी कपूर सब उचित पिय तिय त्याग । के करिया मुख मेलि के सफल करौ बैराग ॥... (२०) धरनीधरदास धरनीधरदास का चांरासीटीक ग्रन्थ है । आपका रचनाकाल सं. १९४९ के पूर्व है, क्योंकि इसी समय का हस्तलिखित इन का ग्रन्थ प्राप्त हुवा है । इन का उदाहरण पृष्ठ २१९ पर है । (२१) महात्मा बहिरो महात्मा बहिरो का उदाहरण पृष्ठ १०४ पर है । इन का रचनाकाल अज्ञात है । A 3 (२२) महात्मा कृष्णानन्द व्यास महात्मा कृष्णानन्द व्यास का हरण पृष्ठ ६ पर है । आप गोकुलनिवासी सं. १९०० के लगभग थे। आपने प्रसिध ग्रन्थ राग सागरोद्भव राग प्रद्रुम संग्रह तैयार किया तथा कलकत्ते में छरवाया। इस में २०५ भक्त तथा अन्य कवियों के पद संग्रहीत हैं। इस संग्रह से बहुतेरे ऐसे कवियों के नाम बने रहे जो बिना इस के लुप्त हो जाते । ग्रन्थ बड़ा लोकोपयोगी है।