पृष्ठ:परमार्थ-सोपान.pdf/६३

विकिस्रोत से
यह पृष्ठ अभी शोधित नहीं है।

Pada 2 ] Incentives. ५. (२) अनुवाद. ( मैं ) किसको समझाऊँ ? सारा जग अन्धा हैं । एक दो हों तो उनको समझाऊँ । सभी पेटके धन्धे में फँसे हुए हैं । पानीरूपी घोड़ा पवन सवार होने के कारण ओसकी बूँदके रूपमें तुरन्त गिर पड़ता है । गहरी नदी में अगम धार बहने के कारण खेनेवालेको धोका होगया है । घरकी वस्तु नजर नहीं आती; पर अन्धा दिया जलाकर ढूंढ रहा है। आग लगी, सारा वन जल गया । गुरु-ज्ञान के बिना मनुष्य भटक गया है। कबीर कहते हैं, हे साधी, बन्दा लङ्गोट झाड़कर जाता है ।