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पृष्ठ:परिवार, निजी सम्पत्ति और राज्य की उत्पत्ति.djvu/१३

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के परिणामों को हथिया लेने में को भी नहीं हिचकिचाते। अन्य देशों मे भी बहुत अक्सर अंग्रेजों के इस mm का अनुकरण होक है। मेरी रचना का कई पार हामी पहले उसका इतालवी भाषा में अनुवाद हुनाNABAndana famiglia, della proprieta privata e dello stato, versione riveduta dall'autore, di Pasquale Martignelli नाम से १८८५ में नेवेन्टो से प्रकाशित हुआ था। उसके बाद रूमानियाई अनुवाद Origina familet, proprie. talei private si a statului, traducere de Joan Nadejde TV यास्मी से प्रकाशित होनेवाली पत्रिका Contemporarul मे सितम्बर, १८८५ से मई, १८८६ तक निकला। इसके बाद डेनिश भाषा में इसका अनुवाद Familjens, Privatejendommens og Statens Oprindelse, Dansk, af Forfatteren gennemgaact Udgave, besõrget af Gerson Trier नाम से १८८८ में कोपेनहेगन से प्रकाशित हुआ। इस जर्मन संस्करण पर आधारित प्रारी रावे का किया हुप्रा फामीसी अनुवाद छप रहा है। सातवे दशक के प्रारम्भ तक परिवार का इतिहास नाम की कोई चीज थी ही नहीं। इस क्षेत्र में इतिहास विज्ञान उस समय तक पूरी तरह इंजील के उन पाच अध्यायो के असर में था, जिनमें मूसाई शरीअत का जिक्र है। इन अध्यायो मे विस्तार से वर्णित - उसका इतना विस्तृत वर्णन और कही नहीं मिलता- परिवार के पितृमत्तात्मक रूप को न केवल परिवार का मबसे प्राचीन रूप मान लिया गया था, बल्कि - बहु-पत्नी प्रथा को छोड़कर - उसे और वर्तमान काल के पूंजीवादी परिवार को एक ही चीज़ समझ लिया गया था, मानो परिवार वास्तव में किसी ऐतिहासिक विकास से गुजरा हो नहीं है। अधिक से अधिक बस इतना माना जाता था कि सम्भव है कि आदिम काल में यौन-स्वच्छन्दता का कोई युग रहा हो । इसमे शक नही कि एकनिष्ठ विवाह के अलावा उस समय भी लोगो को पूर्वीय बहु-पत्नी प्रथा और भारत-तिब्बतीय बहु-पति प्रया का ज्ञान था। लेकिन इन तीन रूपों को किसी ऐतिहासिक क्रम में नहीं रखा जा सका था और वे साथ-साथ तथा असम्बद्ध रूप में मौजूद दिखाई पड़ते थे। प्राचीन काल की कुछ जातियो मे और आजकल के कुछ जागलियों में भी

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