. उत्तरार्ध तक देशान्तरगमन करते-करते रूस में वोल्गा नदी के निचले भागो के इलाके में प्रा बसी।-१६८ कावियट (कावियक)- उत्तरी अमरीका में बैरिंग की खाड़ी के निकट रहनेवाला रेड इंडियन कबीला |- का-दक्षिणी अमरीकी रेड इडियनो का एक कवीला, जो वर्तमान चिली के क्षेत्र पर रहता था।-४६ केल्ट - प्राचीन काल मे मध्य और पश्चिमी यूरोप मे रहनेवाले कबीलों का एक समूह , जिनका मूल एक ही था।-११, ६५, ७५, ११५, १६८-१७३, १७६, १८३, १८८ केयूगा – उत्तरी अमरीका का एक रेड इंडियन कवीला, जो वर्तमान न्यूयार्क राज्य के क्षेत्र पर रहता था। यह कबीला इरोक्वों का एक वर्ग है। - ११६ कौतार - नीलगिरि पहाड़ों (वर्तमान मद्रास राज्य का पश्चिमी भाग और मैमूर राज्य का दक्षिणी भाग) में रहनेवाला एक भारतीय कबीला ।- ६४ खेवसूर,- जार्जियाई जाति का एक वर्ग, जो पूर्वी जार्जिया के पहाड़ी इलाको में रहता है।-१६८ गाली केल्ट, गाल - केल्ट कबीलो का एक समूह , जो प्राचीन गाल प्रदेश ( वर्तमान फ्रास, उत्तरी इटली, बेल्जियम, लक्जेमबर्ग, स्विट्जरलैण्ड और नीदरलैण्ड का कुछ हिस्सा ) मे रहता था। ईस्वी संवत् के प्रारम तक रोमनों ने उन्हे जीत लिया।- १७८, १७६, १६८ गौड़-पश्चिमी बंगाल (भारत) में बसनेवाली ब्राह्मणों की एक उपजाति । - ३८ गौय - गौथ ग्रुप का मुख्य जर्मन कबीला, जो ईस्वी संवत् के शुरू तक स्कण्डिनेविया को छोड़कर लोअर विस्चुला के इलाके मे और तीसरी मदी तक काले सागर के तटवर्ती क्षेत्र के उत्तरी भाग में जा बसा था। वहां से चोयी सदी मे हूणों द्वारा निकाले जाने पर वह पूर्वी गौथ और पश्चिमी गौथ कबीलों में बंट गया। पूर्वी गौथों ने पांचवी सदी में अपेनिन प्रायद्वीप पर अपने राज्य की स्थापना की और पश्चिमी गौथों ने पाचवी सदी के शुरू मे पहले दक्षिणी गाल प्रदेश में और फिर पिरिनेई प्रायद्वीप पर अपना राज्य बनाया।-१६४ गौथ कबोले- जर्मन कबीलो का एक मूल समूह, जो ईस्वी संवत् के शुरू तक स्कण्डिनेविया को छोड़कर विस्चुला और प्रोडर के इलाको में बस गया । -१७५, १८६ चिप्पेया (चाडपेवाई)- उत्तरी अमरीका का एक रेड इडियन कवीला। .४६ २६८
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