पृष्ठ:परिवार, निजी सम्पत्ति और राज्य की उत्पत्ति.djvu/५६

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- है। यह इसी नियम का चमत्कार है कि प्रास्ट्रेलियाई नीग्रो एक कैम्प से दूमरे कैम्प, एक कबीले से दूसरे कबीले में चार लगाता हुमा , अपने पर से हजारों मील दूर ऐसे लोगों के बीच पहुच जाता है जिनकी भाषा तक वह नही समझता, पर वहां भी उसे ऐसी स्त्रिया मिल जाती हैं जो मासूमियत के साथ और बिना किसी विरोध के उसके सामने मात्मसमरण करती है। इसी नियम के अनुसार वह पुरुप जिसके पास कई पलिया है, अपनी एक पत्नी रात भर के लिये अपने मेहमान को सौंप देता है। यूरोपवासी को जहां केवल अनैतिकता और अराजकता का दौर-दौरा दिखायी देता है, वहां वास्तव मे बडे सख्त नियमों का पालन होता है । स्त्रिया आगन्तुफ के विवाह-वर्ग की है और हमालये वे जन्म से उसकी पलिया है। नैतिकता के जिस नियम ने एक को दूसरे के हाथ सौंप रखा है, उसी ने एक दूसरे से सम्बन्धित विवाह-वर्गों के बाहर हर प्रकार के यौन-व्यापार पर प्रतिबंध लगा रखा है , और जो कोई इस नियम को तोड़ता है, उसे कवीले से निकाल दिया जाता है। यहां तक कि जहां स्त्रियो का अपहरण भी होता है, जो अक्सर देखने में आता है और जिसका कहीं-कही तो नियम है, वहां भी वर्ग-विधान का कडाई के साथ पालन किया जाता है। स्त्रियों के अपहरण में हमें एकनिष्ठ विवाह की प्रथा में संक्रमण का चिह्न दिखायी देता है। कम से कम युग्म-विवाह के रूप में तो उसकी एक झलक यहां दिखायी ही पडती । जब युवा पुरुष अपने मित्रों की सहायता से लडकी का अपहरण कर लेता है, या उसे भगा लाता है, और उसके मिन्न सब बारी-बारी से लडकी के साथ सम्भोग करते है, परन्तु उसके बाद वह उसी युवक की पत्नी मानी जाती है जिसने उसके अपहरण में पहल की थी। और यदि भगायो हुई स्त्री इस पुरुप के पास से भी भाग जाती है और कोई दूसरा पुरुष उस पर अधिकार कर लेता है, तो वह उसकी पत्नी हो जाती है, और पहले पुरुष का विशेषाधिकार खत्म जाता है। इस प्रकार यूथ-विवाह की प्रणाली के - जो आम तौर पर कायम रहती है - साथ-साथ और उसके भीतर, एकांतिक सम्बन्ध , न्यूनाधिक के लिए युग्म-जीवन और बहु-पत्नी विवाह भी पाये जाते है। अतएव यूथ- विवाह की प्रथा यहा भी धीरे-धीरे मिट रही है। प्रश्न केवल यह है कि यूरोपीय प्रभाव के फलस्वरूप पहले कौन मिटेगा-यूथ-विवाह या इस प्रथा को माननेवाले आस्ट्रेलियाई नीग्रो। तो वह समय