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परीक्षागुरु.
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सच्ची स्वतंत्रता समझते हैं कि जहां तक हो सके बडों का निरादर और अपमान किया जाय, उन्को मूर्ख और अनसमझ बताया जाय, परन्तु मैं इन बातों को कभी नहीं सहूंगा मेरे बैठे तुझको घर बरबाद करनें का क्या अधिकार है? निकल यहांसै काला मुंहकर तेरी इच्छा होय जहां चला जा मेरा तेरा कुछ सम्बन्ध नहीं रहा" यह कह कर एक तमाचा जड़ दिया और गहना सम्हाल, सम्हालकर संदूक मैं रखने लगा. थोड़ी देर पीछे लाला मदनमोहन की तरफ देखके कहा. "संसारके सब काम रुपै सै चल्ते हैं फिर जो लोग अपनी दौलत खोकर बैरागी बन बैठें और औरों की दौलत उड़ाकर उन्को भी अपनी तरह बैरागी बनाना चाहें वह मेरे निकट सर्वथा दया करनें के योग्य नहीं हैं और जो लोग ऐसे अज्ञानियों की सहायता करते हैं वह मेरे निकट ईश्वर का नियम तोडते हैं और संसारी मनुष्यों के लिये बडी हानिका काम करते हैं मेरे निकट ऐसे आदमियों को उन्की मूर्खताका दण्ड अवश्य होना चाहिये जिस्सै और लोगों की आंखें खुलैं. क्या मित्रता का यही अर्थ है कि आप तो डूबें सो डूबें अपने साथ औरों को भी ले डूबें! नहीं, नहीं आप ऐसे बिचार छोड दीजिये और चुपचुपाते अपनें घर की राह लीजिये यह समय अपनें मित्रोंको देनें का है अथवा उल्टा उन्सै लेने का है?"

बुरे वक्तमैं एक मित्रका जी दुखाना, और दयाके समय क्रूरता करनी, किसी की दुखती चोटपर हँसना, एक गरीब को उस्की गरीबीके कारण तुच्छ समझना, अथवा उस्की गरीबी की याद दिवाकर उसै सताना, दूसरेका बदला भुगताती बार अपनें मतलब का खयाल करना, कैसा ओछापन और घोर पाप है