पृष्ठ:पार्टनर(hindi).pdf/६९

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कल रातभर सो न सका। आज सेल ऑन किया। पर उसका फोन नहीं आया। अब डरता हूँ, मेरे ऐसे बर्ताव से उसने रिश्ता तोड़ दिया तो? सब किए पर पानी फिर जाहगा। फोन बजता है तो हर बार आशा होती है- उसी का फोन होगा। सुबह तीन फोन आएँ लेकिन उसका फोन नहीं आया। आखिर दोपहर तीन बजे उसका फोन आ गया। खुशी से मानो इतना पागल हो गया कि कुछ बोल ही न सका। उसकी टीम के साथ आज वो पिकनीक पर गया है। प्रोजेक्ट पूरा होने का सेलिब्रेशन है। कंपनी ने पिकनीक स्पॉन्सर की है। मेरे नसीब में यह सब होना लिखाही नहीं है। कल वाडेश्वर रेस्टॉरंट में मिलने का वादा है। काम से थोड़ा जल्दी घर वापस आ गया। दो दिन से दाढी नहीं की थी। आज दाढी बनायी। नए कपड़े पहने। माँ को बताया, रात को खाना बाहर खाऊँगा और चल पड़ा। इरु काली पँट और काला टी शर्ट पहन के आया था। (मेरी पसंद उसे मालूम है) सेक्सी। उसे देखते ही मन इतना मचल गया, लगा उसे बाहो में भरकर घंटोतक उसके चुंबन लेता रहूँ। असल में ऐसे करता, तो रेस्टॉरंट ही नहीं पूरे डेक्कन एरिया में हड़बड़ी मच जाती। टेबल के नीचे हाथ में हाथ लिए चुपचाप बैठे रहे। न जाने कितनी देरतक। उसने याद दिलाई, आज हमारे मिलने की दूसरी अॅनिव्हर्सरी है। अॅनिव्हर्सरी दिन मुझे कभी याद नहीं रहता। उसकी डायरी में सब बातें मौजूद! वह मेरे लिए एक बड़ी कॅडबरी लाया था। कात्रज घाट की ओर चल निकले। गाडी पार्क करके पहाड़ी पर चल गए। मैंने देख लिया की आसपास जमीन पर कहीं चींटियाँ तो नहीं। हम दोनों बहुत बेताब थे बाद में खाना खाते वक्त उसने मुझपर एक बम गिरा दिया! उसे तीन साल के लिए अमरिका जाने का चान्स मिल रहा है! उसे बधाई दे दूं? या रो पडू? समझ में नहीं आया। मेरी इजाजत लेकर इरु ने अर्जुन को मेरे बारे में बताया। एक तरफ थोड़ी बेचैनी थी, तो दूसरी तरफ, समाज के सामने हमारा रिश्ता बता देने के लिए इरु तैयार है, यह देखकर बड़ा अच्छा भी लग रहा था। मुझे इरु पर, हमारे रिश्ते पर बड़ा गर्व महसूस हुआ। इरु हमारे बारे में सीरियस है। तीन दिन सवाई गंधर्व संगीत जलसे में गये थे। दिनभर गराज में काम और रातभर जलसे में जागते रहे। मुझे हिंदुस्तानी क्लासिकल म्युझिक बड़ा अच्छा लगता ... ६०