पृष्ठ:पुरानी हिंदी.pdf/२५

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२० पुरानी हिंदी T 1 - F - . धवलगृह- --प्रधान महल (धवल जो जिस जाति मे उत्तम हो, देशी, हेम: देशी नाममाला १५७, तुलसीदास जी के 'धवल, धाम' का यही अर्थ है, सफेद-महल: नहीं। - सर्वावसर, राजा:का सबसे मिलना; दीवान-ए-आम । राजपाटिका, राजमार्ग ::...: धर्मवहिका-(धर्म के लेखेकी) बही - 1.77 छट्टित---छूटा। 1: TT: 1; r , if मोलिका, झोली (यदि भोलिका संस्कृत मारूढ न हो तो यह भी देशी हैहेम.० (देशी, ३।१५६) 1. . घाटीप्रपात घाडा डालना।

  • पञ्चकुल-पचोली राजकर्मचारी (ना० प्र० पत्निका, भोग १,

सं०-२, पृ. १३४) ।। - .. उद्ग्राहणक-उगाही उद्ग्राह्य-उगाहकर, उद्ग्राहित-उगाहा हुंनो !

तिरुद्धः-(अमुक कोल से) लेकर, लैंगीकर (यहाँ तक)।

'.. वहमान चलता हुआ ( सिंहलग्ने वहमान ) । । न्युञ्छन-न्योछावर. • नृपतेः कः समय ? महाराज क्या काम कर रहे है ? कैसा मौका है ?

गुरुदर तम्बू, खेमा।
  • वसहिका-मदिर (पत्निका, मा पास०४, पृ०४५० ) | HE

-चितायक-सम्हालनेवाला, रखवाला 12

  • - * दवरक-कटीदवरक-डोरा (डोरकटिसून, हर्षचरित की टीका)
  • रसवती रसोई...

. यमलपत्न--(राजाओ के आपस के) पत्र, मुरासिले । ॐ भेटितः-मिला-1 पादोऽवधार्यताम-पधारो (पगु धारे-तुलसी०)। खत्तक-द्वार प्रात का ताक। मदनपट्टिका--मोम की पट्टी, 'मण (= मोम') को सस्कृती कृत मदन" कच्चोलक-कटोरी, कचोला, कचोली ( राजस्थानी)। जीर्णमध्वाधिरूढ टूटी खाट पर पडा हुअा (, क्रोध, मे:) " - . 1 T . 17 17 " Ti T7", 119 .