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उत्तरी ध्रुव की यात्रा

इस प्रकार पीरी के पक्षपाती डाक्टर कुक के पीछे पड़ गये हैं। वे उन्हें हर तरह झूठा साबित करने की चेष्टा कर रहे हैं। वे कहते हैं कि डाक्टर कुक के जी में यदि चालाकी न होती तो वे ध्रुव की यात्रा में अपने साथ किसी सभ्य आदमी को जरूर ले जाते। जंगली यस्किमो लोगों ही को वे अपना मददगार न बनाते। खैर, जिन दो जङ्गली आदमियों को वे कहते हैं कि मेरे साथ थे उन्हीं को हाजिर करें। क्यों वे उन्हें वहीं छोड़ आये? बिना बरसों पहले से तैयारी किये, मछली मारने की एक साधारण सी नोका पर सवार हो कर, कोई उत्तरी समुद्र की यात्रा नहीं कर सकता।

अमेरिका के न्यूयार्क नगर से सायंटिफिक अमेरिकन नाम का एक वैज्ञानिक पत्र निकलता है। यह पत्र बहुत प्रतिष्ठित समझा जाता है। इसके लिखने के तर्ज से मालूम होता है कि यह डाक्टर कुक ही को उत्तरी ध्रुव का आविष्कारक समझता है। उसने पहले तो कुक की यात्रा का संक्षिप्त समाचार प्रकाशित किया; फिर पत्र के दूसरे अड़्क में पारी ओर कुछ के झगड़े पर अफ़सोस ज़ाहिर करके यह राय दी कि पीरी ने यह बहुत ही अनुचित बात को जो लबराडोर से तार द्वारा कुक के आविष्कार को झूठा ठहराया। इसी अङ्क में उसने सेक्सटेंट नामक यन्त्र द्वारा आकाश में सूर्य को अवस्थिति