पृष्ठ:प्रसाद वाङ्मय खंड 1.djvu/२८९

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परिचय उपा का प्राची मे आभास, सरोरह का सर बोच विकास ॥ कोन परिचय? था क्या सम्बन्ध? गगन मण्डल मे अरण विलास ॥ रहे रजनी में कहा मिलिन्द ? सरोवर बीच खिला अरविन्द । कौन परिचय? था क्या सम्बन्ध ? मधुर मधुमय मोहन मकरन्द ।। प्रफुल्लित मानस बीच सरोज, मलय से अनिल चला कर खोज । कौन परिचय? था क्या सम्बन्ध ? वही परिमल जो मिलता रोज । गग से अरुण घुला मकरन्द । मिला परिमल से जो सानन्द । वही परिचय, था वह सम्बन्ध "प्रेम का मेरा तेरा छन्द ||" प्रसाद वाङ्गमय ।। २३२॥