पृष्ठ:प्रसाद वाङ्मय खंड 3.djvu/२१२

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इसी अर्थ में इन शब्दा का व्यवहार करता है। धर्म और नोति मे शिथिल हिन्दुआ का समाज-शासन कठोर हो चला हे ! क्योकि, दुर्बल स्त्रियो पर ही शक्ति का उपयोग करने की __उसके पास क्षमता बच रही है-- और यह अत्याचार प्रत्येक काल और देश के मनुप्यो ने किया है, स्त्रियो की निमर्ग-कोमल प्रकृति और उनको रचना इसका कारण है भारत-संघ ___ ऋषि-वाणी को दोहराता है 'यत्र नार्यस्तु पूज्यन्ते रमन्ते तत्र देवता कहता है स्त्रियों का सम्मान करो! वृन्दावन में एक भयानक हलचल मच गई। सब लोग आज-कल भारत-सघ और यमुना के अभियोग की चर्चा म सलग्न है । भाजन करके, पहले की आधी छोडी हुई बात फिर आरम्भ हो जाती है-वहीं भारत-सघ और यमुना । ___मन्दिर के किसी-किसी मुखिया को शास्त्रार्थ की मुझी । भीतर-भीतर आयोजन होन लगा। पर, अभी खुलकर कोई प्रस्ताव नही आया था । उधर यमुना के अभियोग के लिए सहायतार्थ चन्दा भी आने लगा। वह दूसरी ओर की प्रतिक्रिया थी। १८५. प्रसाद वाङ्मय