पृष्ठ:प्राकृतिक विज्ञान की दूसरी पुस्तक.djvu/५४

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(४६) यदि हमे ऐसे स्थान में रहें, जहां पर शुद्ध वायु बिल्कुल न जा सके तो हम वहां जीवित नहीं रह सकते। इसका क्या कारण है ? वायु वायु में तीन प्रकार की गैस होती है। १. श्रोक्सिजन-इसके दो गुण हैं, एक तो यह कि वह जलने में सहायता देती है दूसरा यह कि वह सब को जीवित रखती है। २. नाइट्रोजन-यह आग को बुझाती है और प्राणियों को मारती है। ३. कार्बन डाइ-औक्साइड-यह चूने के पानी को "" सफेद करती है और प्राणियों को मारती है। देखो पौदे भी वायु को अशुद्ध करते हैं । तुम एक शीशी में ऐसे चने रख दो जिनमें अंकुर उग आये हैं, और शीशी को ढक दो । दूसरे दिन तुम उसमें चूने का पानी डालकर हिलाओ। चूने का पानी सफेद हो जावेगा। इसका यह परिणाम हुआ कि पौदे भी को अशुद्ध करते हैं। तुम यह बात समझ गये हो कि प्राणी और पौदे दोनों वायु को अशुद्ध करते हैं तो अब यह देखना चाहिये कि यदि यह बात ठीक है तो यह सब वायु एक वायुका Courtesy Dr. Ranjit Bhargava, Desc. Naval Kishore. Digitized by eGangotri