पृष्ठ:प्राकृतिक विज्ञान की दूसरी पुस्तक.djvu/८९

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(८१) समय पृथ्वी बड़ी ठंडी हो जाती है और वह पानी जोकि बड़े छोटे छोटे कणों के रूप में होता है, इस समय घास या पत्तों के ऊपर इकट्ठा होकर छोटी छोटी बूंदों के रूप में दिखाई देता है । यही ओस होती है । चित्र सं० ३६ तुम अपने घर में भी नकली श्रोस बना सकते हो, परन्तु घर की ओस का गुण इस प्रोस से भिन्न होता है। यदि तुम अपने घर में यह बात जानना चाहते हो कि प्रोस किस प्रकार बनती है तो आगे लिखे हुए प्रयोग करो। Courtesy Dr. Ranjit Bhargava, Desc. Naval Kishore. Digitized by eGangotri