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प्राचीन चिह्न

इस अवतरण मे जहाँ पर हमने तारकाकार चिह्न दिये हैं वहाँ की कई पंक्तियाँ हमने छोड़ दी हैं मुहम्मद बिन साम की प्रशंसा मे अपूर्व-अपूर्व विशेषणवाली वैसी ही उपाधियाँ हैं जैसी कि इन पक्तियों में हैं। "आप इस समय दुनिया भर के सुल्तानो के सुल्तान हैं; आप दीन और दुनिया दोनो के दीपक हैं, आप अरब और अजम के भी मालिक हैं। इसी प्रकार की तारीफ़ उनमे भरी है। मुहम्मद बिन साम के नाम और उसकी प्रशंसा को छोड़कर उसमे यह नहीं लिखा कि क्यों और किस प्रकार यह मीनार बनाया गया।

कुतुब मीनार के पास ही कुतुबुद्दीन की जो मसजिद है उसके पूर्वो दरवाज़े के नीचे जो लेख है उसकी दूसरी पंक्ति देखिए-

ادن حصار را سم کرد و اس سکن حامع راد ساحت تیار دح تی سور سم سبح و سمادین و خععسنانت امبر اسعه سالار احل کمتر یس لد راندتن اش الامرا اسک سلطایسن اعدالاه 1 و دست و ققت ن سعاده_ که در هر بیکاده ده بار هرار دلموال صرت سدة دوث فردی‌مسکن دکار دسبه سدهة است حد‌ای عروحل د دران تندهة رحمت کباد هر که در دیت دابی حبر دعادهد ادمان اتید

— سج»چه

अक्षरान्तर——

ई हिसार रा फ़तेह कर्द व ई मसजिद जामै रा बिसाख्त ब-तारीख़ फी शहूर सन सबाआ व समानीन व खमसमायत