पृष्ठ:बा और बापू.djvu/२४

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दुख मे विनोद 23 इनका नाम पूछो।" छगनलाल गाधी-('बा' से गुजराती में) "क्यों 'बा' जेल की पहली रात कैसी बीती?" बा-(गुजराती में) "हम तो अधेरा होने के बाद भजन- कीर्तन करके आराम से सो गई।" छगनलाल-(कारकुन से)"इनका नाम कस्तूरबा।" कारकुन-('बा' को दिखाकर अग्रेजी में) "इनका ब्याह हुआ है ? छगनलाल गाधी ('बा' से गुजराती में) “रात ब्यालू किया था?" बा-(गुजराती मे) "कहा? मुझे तो फलाहार चाहिए, इन सबने तो आए हुए रोटी और साग को सूचकर रख दिया । भला देखो तो-ऐसे घिनौने बर्तन में कैसे खाया जाए और ऐसा साग कोई कैसे मुह मे डाले" छगनलाल गाधी-(कारकुन से अग्रेजी में) "इनका विवाह हो चुका है इनके पति का नाम मोहनदास कमचन्द गांधी है।" इसी प्रकार आयु, जाति, देश आदि के अनेक प्रश्न चारों महिलाओ से पूछे गए और श्री छगनलाल गाधी ने युक्ति से पहली रात के पूरे समाचार जान लिए और बापू को जा सुनाए।